सखी युग ने करवट बदली !
आज नया यह पुण्य प्रभात ,
आज प्रफुल्लित है उर गात ,
घटा शोक, संताप, विषाद ,
छाया सुखद मधुर आल्हाद ,
भाग्य सूर्य भारत का चमका फटी दुखों की बदली !
सखी युग ने करवट बदली !
आज हमारा सच्चा देश ,
आज हमारा सच्चा वेश ,
दूर हुआ सब कोढ़ कलंक ,
मिटा व्यर्थ का भय आतंक ,
भारत के निर्मल सागर से हटी सरित वह गँदली !
सखी युग ने करवट बदली !
आओ मंगल साज सजें सखि ,
घर-घर मंगल वाद्य बजें सखि ,
दूर करें ईसा सम्वत्सर
नव सम्वत्सर आज लिखें सखि ,
पूजें विजय देवी हर्षित हो चढ़ा आम्रफल कदली !
सखि युग ने करवट बदली !
किरण
आज नया यह पुण्य प्रभात ,
आज प्रफुल्लित है उर गात ,
घटा शोक, संताप, विषाद ,
छाया सुखद मधुर आल्हाद ,
भाग्य सूर्य भारत का चमका फटी दुखों की बदली !
सखी युग ने करवट बदली !
आज हमारा सच्चा देश ,
आज हमारा सच्चा वेश ,
दूर हुआ सब कोढ़ कलंक ,
मिटा व्यर्थ का भय आतंक ,
भारत के निर्मल सागर से हटी सरित वह गँदली !
सखी युग ने करवट बदली !
आओ मंगल साज सजें सखि ,
घर-घर मंगल वाद्य बजें सखि ,
दूर करें ईसा सम्वत्सर
नव सम्वत्सर आज लिखें सखि ,
पूजें विजय देवी हर्षित हो चढ़ा आम्रफल कदली !
सखि युग ने करवट बदली !
किरण
बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति बधाई|
जवाब देंहटाएंगहन अर्थों को समेटती एक खूबसूरत और भाव प्रवण रचना.
जवाब देंहटाएंदूर करें ईसा सम्वत्सर
जवाब देंहटाएंनव सम्वत्सर आज लिखें सखि ,
काश आज हम यह कह पाते ... कितनी सुन्दर तस्वीर देखी थी भारत की ... बहुत सुन्दर प्रस्तुति
वाह ...बहुत ही बढि़या शब्द रचना ।
जवाब देंहटाएंबहुत ही प्यारी कविता।
जवाब देंहटाएंसादर
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वो स्कूल के दिन और मेरी टीचर्स
बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति बधाई.......
जवाब देंहटाएंनये युग का करें स्वागत।
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर और भावपूर्ण अभिव्यक्ति। काश ऐसा हो जाता।
जवाब देंहटाएंनयी किरण मुस्काई ...नयी रोशनी आई ....!!
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर कविता...
जवाब देंहटाएंकाश युग फिर से करवट बदले...
बहुत सुन्दर रचना.....
जवाब देंहटाएंमन को छूती भावपूर्ण रचना |
जवाब देंहटाएंआशा
बहुत सुंदर और भावपूर्ण अभिव्यक्ति ।
जवाब देंहटाएंwah....adbht shabd sanyojan
जवाब देंहटाएंबहुत प्यारा ओज़स्वी गीत ...
जवाब देंहटाएंअहह काश..
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर तस्वीर उकेरी है.
नमस्ते सदा वत्सले मातृभूमे
जवाब देंहटाएं--- -- -- -- --
पत्त्त्वेशकायो नमस्ते-नमस्ते ||
आदरणीय साधना वैद जी
जवाब देंहटाएंसादर प्रणाम
जानकारी के अभाव में आपकी माता जी की रचना को आपकी रचना समझा गया , गलती सुधार के लिए धन्यवाद , आगे से ध्यान रखा जाएगा , वैसे यदि आप ब्लॉग पर भी इसका संकेत दें तो बेहतर होगा , हालांकि आपने माता जी का परिचय अवश्य दिया है लेकिन उससे स्पष्ट नहीं होता है की इस ब्लॉग पर किसकी रचनाएं हैं
बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति बधाई|....
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