ओ आज़ादी के दीवानों , ओ स्वातंत्र्य युद्ध के वीरों ,
ओ रणचण्डी के खप्पर को भरने वाले रणवीरों !
देकर तन मन धन की आहुति जीवन यज्ञ रचाने वालों ,
अपने दृढ़ निश्चय के दीपक जला पंथ दिखलाने वालों !
बने नींव के पत्थर पल क्षण अपनी भेंट चढ़ाने वालों ,
विजय दुर्ग की प्राचीरों को दृढ़ करने वाले मतवालों !
ओ भारत के कोहेनूर गाँधी बाबा तुमको प्रणाम ,
ओ अमर शहीदों भक्तिपूर्ण तुमको प्रणाम शतश: प्रणाम !
किरण
ओ रणचण्डी के खप्पर को भरने वाले रणवीरों !
देकर तन मन धन की आहुति जीवन यज्ञ रचाने वालों ,
अपने दृढ़ निश्चय के दीपक जला पंथ दिखलाने वालों !
बने नींव के पत्थर पल क्षण अपनी भेंट चढ़ाने वालों ,
विजय दुर्ग की प्राचीरों को दृढ़ करने वाले मतवालों !
ओ भारत के कोहेनूर गाँधी बाबा तुमको प्रणाम ,
ओ अमर शहीदों भक्तिपूर्ण तुमको प्रणाम शतश: प्रणाम !
किरण