यह इच्छा है बहुत युगों से
फूल बनूँ या धूल बनूँ ,
तेरे किसी काम आऊँ मैं
अपना जीवन धन्य करूँ !
फूल बनूँ तो देवालय के
किसी वृक्ष से जा चिपटूँ ,
तेरे किसी भक्त द्वारा प्रिय
तेरे चरणों से लिपटूँ !
फूल नहीं तो धूल बनाना
जिस पर भक्त चलें तेरे ,
उनके पावन युगल चरण से
अंग पुनीत बनें मेरे !
किन्तु भाग्य के आगे किसका
वश चलता मेरे भगवन् ,
विधि विडम्बना से यदि मैं बन सकूँ
न पग की भी रज कण !
तो प्रभुवर पूरी करना यह
मेरे मन में बसी उमंग ,
करुणा करके मुझे बनाना
प्रेम सिंधु की तरल तरंग !
किरण
फूल बनूँ या धूल बनूँ ,
तेरे किसी काम आऊँ मैं
अपना जीवन धन्य करूँ !
फूल बनूँ तो देवालय के
किसी वृक्ष से जा चिपटूँ ,
तेरे किसी भक्त द्वारा प्रिय
तेरे चरणों से लिपटूँ !
फूल नहीं तो धूल बनाना
जिस पर भक्त चलें तेरे ,
उनके पावन युगल चरण से
अंग पुनीत बनें मेरे !
किन्तु भाग्य के आगे किसका
वश चलता मेरे भगवन् ,
विधि विडम्बना से यदि मैं बन सकूँ
न पग की भी रज कण !
तो प्रभुवर पूरी करना यह
मेरे मन में बसी उमंग ,
करुणा करके मुझे बनाना
प्रेम सिंधु की तरल तरंग !
किरण
फूल नहीं तो धूल बनाना
जवाब देंहटाएंजिस पर भक्त चलें तेरे ,
उनके पावन युगल चरण से
अंग पुनीत बनें मेरे !
श्रेष्ठ कामना .......
तो प्रभुवर पूरी करना यह
जवाब देंहटाएंमेरे मन में बसी उमंग ,
करुणा करके मुझे बनाना
प्रेम सिंधु की तरल तरंग !
बेहतरीन।
सादर
bahut sundar bhaav hain rachna me.bahut achchi lagi.
जवाब देंहटाएंयह इच्छा है बहुत युगों से
जवाब देंहटाएंफूल बनूँ या धूल बनूँ ,
तेरे किसी काम आऊँ मैं
अपना जीवन धन्य करूँ !
बेहतरीन भाव संयोजन है इस प्रस्तुति में आभार ।
adarniya mausiji,sadar vande,aaj ki post aapki jivan darshan karati hae .
जवाब देंहटाएंvandneey prastuti.
जवाब देंहटाएंफूल बनूँ तो देवालय के
जवाब देंहटाएंकिसी वृक्ष से जा चिपटूँ ,
तेरे किसी भक्त द्वारा प्रिय
तेरे चरणों से लिपटूँ !
Kitnee sundar kamana hai!
Naya saal mubarak ho!
बेहतरीन प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंअद्भुत कल्पना, सुन्दर प्रार्थना।
जवाब देंहटाएंकरुणा करके मुझे बनाना
जवाब देंहटाएंप्रेम सिंधु की तरल तरंग !
सुन्दर सोच !
फूल नहीं तो धूल बनाना
जवाब देंहटाएंजिस पर भक्त चलें तेरे ,
उनके पावन युगल चरण से
अंग पुनीत बनें मेरे !
बहुत ही प्यारी रचना..
बहुत सार्थक प्रस्तुति, आभार|
जवाब देंहटाएंजय हो.....
जवाब देंहटाएंतेरे किसी काम आऊँ मैं
जवाब देंहटाएंअपना जीवन धन्य करूँ !
बहुत सुन्दर गीत...
सादर....
सशक्त और प्रभावशाली प्रस्तुती....
जवाब देंहटाएंभावपूर्ण और सशक्त प्रस्तुति |
जवाब देंहटाएंआशा
आपके इस उत्कृष्ठ लेखन के लिए आभार ।
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