tag:blogger.com,1999:blog-1818568092673226678.post8019142142583061742..comments2023-10-26T16:57:45.800+05:30Comments on Unmanaa: प्रेम नगरSadhana Vaidhttp://www.blogger.com/profile/09242428126153386601noreply@blogger.comBlogger15125tag:blogger.com,1999:blog-1818568092673226678.post-46796330758396276482011-05-02T01:06:54.225+05:302011-05-02T01:06:54.225+05:30वाह, बहुत सुंदर!
घुघूती बासूतीवाह, बहुत सुंदर!<br />घुघूती बासूतीghughutibasutihttps://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1818568092673226678.post-7791362761779981562011-04-29T20:38:44.920+05:302011-04-29T20:38:44.920+05:30dil ko bheetar tak bhigo gayi ye rachna. bahut sun...dil ko bheetar tak bhigo gayi ye rachna. bahut sunder rachna.अनामिका की सदायें ......https://www.blogger.com/profile/08628292381461467192noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1818568092673226678.post-25831142728157422532011-04-29T07:15:09.502+05:302011-04-29T07:15:09.502+05:30प्रेम नगर की अजब कहानी भी कम खूबसूरत नहीं ...
पीड़ा...प्रेम नगर की अजब कहानी भी कम खूबसूरत नहीं ...<br />पीड़ा और प्यास को सुन्दर शब्द खूबसूरत लम्हों में बदल देते हैं !वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1818568092673226678.post-67811148872802588442011-04-28T20:23:18.840+05:302011-04-28T20:23:18.840+05:30प्राणों में है प्यास, रगों में मृगतृष्णा का पानी ,...प्राणों में है प्यास, रगों में मृगतृष्णा का पानी ,<br />राही तेरे प्रेमनगर की कैसी अजब कहानी !<br /><br />बहुत ही अच्छी और सुंदर रचना है ।रजनीश तिवारीhttps://www.blogger.com/profile/10545458923376138675noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1818568092673226678.post-50503791971258374922011-04-28T13:39:50.721+05:302011-04-28T13:39:50.721+05:30सिसक रही हैं कहीं किसीके पागलपन की चाहें ,
टूटी सा...सिसक रही हैं कहीं किसीके पागलपन की चाहें ,<br />टूटी साँसों की सीमा में कहीं तड़पती आहें !<br />फ़ैली ही रह गयीं युगों जाने कितनी ही बाहें ,<br />कहीं कराहें, कस कर रोतीं कहीं निराश निगाहें !<br /><br />टूटे दिल हैं बिछे, बिछी हैं कितनी आँखें गीली !<br />राही तेरे प्रेमनगर की पगडंडी पथरीली !<br /><br />पीड़ा को भी सुन्दर शब्दों में ढालना एक कला है ...बहुत अच्छी प्रस्तुतिसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1818568092673226678.post-63675372789960761102011-04-28T06:27:00.988+05:302011-04-28T06:27:00.988+05:30पढ़ कर आनंद आ गया |"एक खेल में जीवन का सुख सपन...पढ़ कर आनंद आ गया |"एक खेल में जीवन का सुख सपना देखा ---------कोई अपना होता "बहुत अच्छी पंक्तियाँ |<br />आशाAsha Lata Saxenahttps://www.blogger.com/profile/16407569651427462917noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1818568092673226678.post-75174323326458976412011-04-27T22:38:07.799+05:302011-04-27T22:38:07.799+05:30सुन्दर अभिव्यक्तिसुन्दर अभिव्यक्तिOM KASHYAPhttps://www.blogger.com/profile/13225289065865176610noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1818568092673226678.post-28187524053775708732011-04-27T22:37:54.921+05:302011-04-27T22:37:54.921+05:30मन की पीडा शब्दो मे उतर आयी हैमन की पीडा शब्दो मे उतर आयी हैOM KASHYAPhttps://www.blogger.com/profile/13225289065865176610noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1818568092673226678.post-51748300539563590982011-04-27T21:56:05.003+05:302011-04-27T21:56:05.003+05:30यहाँ हमेशा दीवाली है, यहाँ हमेशा होली ,
मादकता से ...यहाँ हमेशा दीवाली है, यहाँ हमेशा होली ,<br />मादकता से भरी सभी के उर अंतर की झोली !<br />'और''और' है और यहाँ है 'पियो''पियो' की बोली ,<br />किस मस्ती में झूम रही है दीवानों की टोली !<br /><br />माटी का जीवन भी इसमें बन जाता है सोना ,<br />राही तेरा प्रेमनगर है कितना सुघर सलोना !<br />बहुत सुंदर जींवात सी लगती हे यह रचना, धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1818568092673226678.post-67707799301409506792011-04-27T19:39:13.583+05:302011-04-27T19:39:13.583+05:30टूटे दिल हैं बिछे, बिछी हैं कितनी आँखें गीली !
राह...टूटे दिल हैं बिछे, बिछी हैं कितनी आँखें गीली !<br />राही तेरे प्रेमनगर की पगडंडी पथरीली !<br /><br />...बहुत उत्कृष्ट प्रस्तुति..आभारKailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1818568092673226678.post-4535380512320812872011-04-27T19:21:16.021+05:302011-04-27T19:21:16.021+05:30बहुत खूब. शुभकामनायें आपको !!बहुत खूब. शुभकामनायें आपको !!Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1818568092673226678.post-38076267034297562882011-04-27T16:51:26.913+05:302011-04-27T16:51:26.913+05:30माटी का जीवन भी इसमें बन जाता है सोना ,
राही तेरा ...माटी का जीवन भी इसमें बन जाता है सोना ,<br />राही तेरा प्रेमनगर है कितना सुघर सलोना !<br /><br />वाह ... बहुत खूब ।सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1818568092673226678.post-26084870228700909222011-04-27T15:31:13.732+05:302011-04-27T15:31:13.732+05:30आपकी रचनात्मक ,खूबसूरत और भावमयी
प्रस्तुति भी कल...आपकी रचनात्मक ,खूबसूरत और भावमयी<br /> प्रस्तुति भी कल के चर्चा मंच का आकर्षण बनी है<br />कल (28-4-2011) के चर्चा मंच पर अपनी पोस्ट<br /> देखियेगा और अपने विचारों से चर्चामंच पर आकर<br />अवगत कराइयेगा और हमारा हौसला बढाइयेगा।<br /><br />http://charchamanch.blogspot.com/vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1818568092673226678.post-41337368006846853872011-04-27T14:46:47.347+05:302011-04-27T14:46:47.347+05:30एक खेल में इस जीवन का सुखकर सपना देखा ,
एक जाप ही ...एक खेल में इस जीवन का सुखकर सपना देखा ,<br />एक जाप ही दो प्राणों का मिल कर जपना देखा !<br />इन सूनी-सूनी आँखों में सुख का सपना होता ,<br />मैं होता फिर मेरे मन का कोई अपना होता !<br /><br />बहुत सुंदर पंक्तियाँ....Er. सत्यम शिवमhttps://www.blogger.com/profile/07411604332624090694noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1818568092673226678.post-53130492598365940942011-04-27T14:31:03.151+05:302011-04-27T14:31:03.151+05:30पीड़ा का मधुमास वहाँ है, आँसू की बरसातें ,
राही तेर...पीड़ा का मधुमास वहाँ है, आँसू की बरसातें ,<br />राही तेरे प्रेमनगर की बड़ी मनोरम बातें !<br /><br />बड़ी ख़ूबसूरत पंक्तियों से सजी कविता<br />आनंद आ गया, पढ़करrashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.com