tag:blogger.com,1999:blog-1818568092673226678.post3774356828259410441..comments2023-10-26T16:57:45.800+05:30Comments on Unmanaa: साथी राग कौन सा गाऊँ !Sadhana Vaidhttp://www.blogger.com/profile/09242428126153386601noreply@blogger.comBlogger16125tag:blogger.com,1999:blog-1818568092673226678.post-88310406801961200892010-10-17T08:30:50.428+05:302010-10-17T08:30:50.428+05:30क्या आप एक उम्र कैदी का जीवन पढना पसंद करेंगे, यदि...क्या आप एक उम्र कैदी का जीवन पढना पसंद करेंगे, यदि हाँ तो नीचे दिए लिंक पर पढ़ सकते है :-<br />1- http://umraquaidi.blogspot.com/2010/10/blog-post_10.html<br />2- http://umraquaidi.blogspot.com/2010/10/blog-post.htmlUmra Quaidihttps://www.blogger.com/profile/08238271426996713890noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1818568092673226678.post-6198889184514419102010-10-15T12:22:52.515+05:302010-10-15T12:22:52.515+05:30maa ki likhi kavita hamen padhwane ke liye bahot-b...maa ki likhi kavita hamen padhwane ke liye bahot-bahot dhanybad.kitni sunder kavitayen hain.wah.mridula pradhanhttps://www.blogger.com/profile/10665142276774311821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1818568092673226678.post-13703413693148292992010-10-15T09:16:25.425+05:302010-10-15T09:16:25.425+05:30ह्रदय वेदना की बेहतरीन अभिव्यक्ति ! शुभकामनायें आप...ह्रदय वेदना की बेहतरीन अभिव्यक्ति ! शुभकामनायें आपकोSatish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1818568092673226678.post-74324645253438129582010-10-14T20:34:44.028+05:302010-10-14T20:34:44.028+05:30देख रहे सब सुख के सपने, मैं दु:खों का भार संजोये,
...देख रहे सब सुख के सपने, मैं दु:खों का भार संजोये,<br />स्मृति के सागर में विस्मृत मुक्ताओं की माल पिरोये,<br />स्वागत को द्वारे पर आई, अब कैसे सब साज सजाऊँ !<br />साथी राग कौन सा गाऊँ ! <br /><br />---<br /><br />behatreen rachna !<br /><br />aabhar . <br /><br />.ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1818568092673226678.post-18278593810358230572010-10-12T18:54:54.039+05:302010-10-12T18:54:54.039+05:30बहुत अच्छी प्रस्तुति। राजभाषा हिन्दी के प्रचार-प्र...<b>बहुत अच्छी प्रस्तुति। राजभाषा हिन्दी के प्रचार-प्रसार में आपका योगदान सराहनीय है!<br />या देवी सर्वभूतेषु बुद्धिरूपेण संस्थिता।<br />नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।<br />नवरात्र के पावन अवसर पर आपको और आपके परिवार के सभी सदस्यों को हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई!</b>राजभाषा हिंदीhttps://www.blogger.com/profile/17968288638263284368noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1818568092673226678.post-52606672156362386582010-10-11T08:41:29.239+05:302010-10-11T08:41:29.239+05:30बहुत सुन्दर गीत...हमेशा की तरह!बहुत सुन्दर गीत...हमेशा की तरह!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1818568092673226678.post-3123090108520648432010-10-10T22:40:15.014+05:302010-10-10T22:40:15.014+05:30आज ये कविता पढ़ कर महादेवी वर्मा जी की कविता की दो...आज ये कविता पढ़ कर महादेवी वर्मा जी की कविता की दों पंक्तियाँ याद आ रही हैं जो इन भावों से मिलती जुलती हैं..<br /><br />दृग पुलिनों पर <br />हिम से मृदुतर <br />करुणा की लहरों में बहकर <br />जो आ जाते मोती, उन बिन,<br />नवनिधियोंमय जीवन सूना !<br />तेरी सुधि बिन क्षण क्षण सूना ।<br /><br />आज ये कविता कुछ यूँ भी लगी जैसे मेरे मन के भाव लिख दिए हों.<br /><br />शुक्रिया इस हम तक पहुँचाने के लिए.अनामिका की सदायें ......https://www.blogger.com/profile/08628292381461467192noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1818568092673226678.post-27196602889784448182010-10-10T16:10:17.131+05:302010-10-10T16:10:17.131+05:30सुन्दर गीत हैसुन्दर गीत हैशरद कोकासhttps://www.blogger.com/profile/09435360513561915427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1818568092673226678.post-37962834798856086572010-10-10T13:25:46.343+05:302010-10-10T13:25:46.343+05:30संवेदनाओं को शब्दों में रूपांतरित कर बहुत ही भावप्...संवेदनाओं को शब्दों में रूपांतरित कर बहुत ही भावप्रवण गीत की रचना की है आपने। इसके भाव और शिल्प को पढ़कर महादेवी वर्मा की रचनाओं की याद आ गई ।महेन्द्र वर्माhttps://www.blogger.com/profile/03223817246093814433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1818568092673226678.post-38069925646469085032010-10-10T11:57:28.177+05:302010-10-10T11:57:28.177+05:30मैं तो हर रचना पर विस्मृत हो जाती हूँ ...रचना का ...मैं तो हर रचना पर विस्मृत हो जाती हूँ ...रचना का सौंदर्य अनूठा है ...खूबसूरत प्रस्तुतिकरण ...<br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br />.संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1818568092673226678.post-22754121131760781352010-10-10T11:20:48.501+05:302010-10-10T11:20:48.501+05:30देख रहे सब सुख के सपने, मैं दु:खों का भार संजोये,
...देख रहे सब सुख के सपने, मैं दु:खों का भार संजोये,<br />स्मृति के सागर में विस्मृत मुक्ताओं की माल पिरोये,<br />स्वागत को द्वारे पर आई, अब कैसे सब साज सजाऊँ !<br />साथी राग कौन सा गाऊँ !<br />पूरी रचना मे मार्मिक संवेदना, और मन का अन्तर्दुअंद बहुत सुन्दर शब्दों से संजोया है। बधाई आपको।निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1818568092673226678.post-79504642800232385662010-10-10T07:08:25.544+05:302010-10-10T07:08:25.544+05:30अतिसुन्दर भावाव्यक्ति, सुंदर रचना के लिए साधुवाद ,...अतिसुन्दर भावाव्यक्ति, सुंदर रचना के लिए साधुवाद ,Sunil Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10008214961660110536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1818568092673226678.post-84115604817086423352010-10-10T06:49:52.794+05:302010-10-10T06:49:52.794+05:30इस रचना की संवेदना और शिल्पगत सौंदर्य मन को भाव वि...इस रचना की संवेदना और शिल्पगत सौंदर्य मन को भाव विह्वल कर गए हैं। <b>बहुत अच्छी प्रस्तुति। राजभाषा हिन्दी के प्रचार-प्रसार में आपका योगदान सराहनीय है!<br />या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता।<br />नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।<br />नवरात्र के पावन अवसर पर आपको और आपके परिवार के सभी सदस्यों को हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई!</b><br /><a href="http://raj-bhasha-hindi.blogspot.com/2010/10/7.html" rel="nofollow">मरद उपजाए धान ! तो औरत बड़ी लच्छनमान !!, राजभाषा हिन्दी पर कहानी ऐसे बनी</a>राजभाषा हिंदीhttps://www.blogger.com/profile/17968288638263284368noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1818568092673226678.post-65216514839237443282010-10-10T06:43:56.968+05:302010-10-10T06:43:56.968+05:30बहुत सुंदर भाव और शब्द चयन |समझ में नहीं आता अपनी ...बहुत सुंदर भाव और शब्द चयन |समझ में नहीं आता अपनी माँ की कविताओं पर क्या टिप्पणी दूं उनसे ही तो प्रेरणा ली है |<br />आशाAsha Lata Saxenahttps://www.blogger.com/profile/16407569651427462917noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1818568092673226678.post-77311056706781558062010-10-10T05:40:39.314+05:302010-10-10T05:40:39.314+05:30बहुत मार्मिक अभिव्यक्ति। शुभकामनायेंबहुत मार्मिक अभिव्यक्ति। शुभकामनायेंसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1818568092673226678.post-88987736036575783002010-10-10T05:38:58.563+05:302010-10-10T05:38:58.563+05:30आदरणीयसाधना वैद जी
नमस्कार !
मन की अनुभूतियों की ...आदरणीयसाधना वैद जी<br />नमस्कार !<br /><br />मन की अनुभूतियों की सुन्दर अभिव्यक्ति हैसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.com