tag:blogger.com,1999:blog-1818568092673226678.post2234298610170001303..comments2023-10-26T16:57:45.800+05:30Comments on Unmanaa: मेरे भावSadhana Vaidhttp://www.blogger.com/profile/09242428126153386601noreply@blogger.comBlogger19125tag:blogger.com,1999:blog-1818568092673226678.post-3134020604902719202011-02-16T18:23:14.460+05:302011-02-16T18:23:14.460+05:30सुन्दर रचना पढ़वाने के लिए धन्यवाद!सुन्दर रचना पढ़वाने के लिए धन्यवाद!संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1818568092673226678.post-77732258107558480812011-02-16T14:04:31.063+05:302011-02-16T14:04:31.063+05:30तुम मेरे सुख दुःख के साथी
मेरे अरमानों की प्रतिलिप...तुम मेरे सुख दुःख के साथी<br />मेरे अरमानों की प्रतिलिपि<br />...सुन्दर भावों से भरी खूबसूरत रचनाAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/18094849037409298228noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1818568092673226678.post-437200451058750512011-02-14T15:35:14.154+05:302011-02-14T15:35:14.154+05:30बहुत ही सुन्दर भावमय प्रस्तुति ।बहुत ही सुन्दर भावमय प्रस्तुति ।सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1818568092673226678.post-39899326045591745552011-02-13T20:47:53.460+05:302011-02-13T20:47:53.460+05:30bhaav bAHUT SUNDAR HAI.........................MAH...bhaav bAHUT SUNDAR HAI.........................MAHADEVI VERMA KI TARAH..........................BAHUT ACCHA<br /><br />एक निवेदन-<br />मैं वृक्ष हूँ। वही वृक्ष, जो मार्ग की शोभा बढ़ाता है, पथिकों को गर्मी से राहत देता है तथा सभी प्राणियों के लिये प्राणवायु का संचार करता है। वर्तमान में हमारे समक्ष अस्तित्व का संकट उपस्थित है। हमारी अनेक प्रजातियाँ लुप्त हो चुकी हैं तथा अनेक लुप्त होने के कगार पर हैं। दैनंदिन हमारी संख्या घटती जा रही है। हम मानवता के अभिन्न मित्र हैं। मात्र मानव ही नहीं अपितु समस्त पर्यावरण प्रत्यक्षतः अथवा परोक्षतः मुझसे सम्बद्ध है। चूंकि आप मानव हैं, इस धरा पर अवस्थित सबसे बुद्धिमान् प्राणी हैं, अतः आपसे विनम्र निवेदन है कि हमारी रक्षा के लिये, हमारी प्रजातियों के संवर्द्धन, पुष्पन, पल्लवन एवं संरक्षण के लिये एक कदम बढ़ायें। वृक्षारोपण करें। प्रत्येक मांगलिक अवसर यथा जन्मदिन, विवाह, सन्तानप्राप्ति आदि पर एक वृक्ष अवश्य रोपें तथा उसकी देखभाल करें। एक-एक पग से मार्ग बनता है, एक-एक वृक्ष से वन, एक-एक बिन्दु से सागर, अतः आपका एक कदम हमारे संरक्षण के लिये अति महत्त्वपूर्ण है।वृक्षारोपण : एक कदम प्रकृति की ओरhttps://www.blogger.com/profile/01360818390523348171noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1818568092673226678.post-80883894961783102082011-02-13T11:06:17.084+05:302011-02-13T11:06:17.084+05:30बहुत सुन्दर भावों से भरी खूबसूरत रचना ..बहुत सुन्दर भावों से भरी खूबसूरत रचना ..संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1818568092673226678.post-20241508896031797932011-02-12T23:26:14.542+05:302011-02-12T23:26:14.542+05:30खूबसूरत और भाव प्रवण रचना. आभार.
सादर,
डोरोथी.खूबसूरत और भाव प्रवण रचना. आभार.<br />सादर,<br />डोरोथी.Dorothyhttps://www.blogger.com/profile/03405807532345500228noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1818568092673226678.post-49061516641238647562011-02-12T14:06:59.352+05:302011-02-12T14:06:59.352+05:30एक-एक शब्द भावपूर्ण ..... बहुत सुन्दर...एक-एक शब्द भावपूर्ण ..... बहुत सुन्दर...Dr (Miss) Sharad Singhhttps://www.blogger.com/profile/00238358286364572931noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1818568092673226678.post-86488174603386130802011-02-12T12:58:15.425+05:302011-02-12T12:58:15.425+05:30कविता बहुत सुन्दर और भावपूर्ण है। बधाई।कविता बहुत सुन्दर और भावपूर्ण है। बधाई।Dr Varsha Singhhttps://www.blogger.com/profile/02967891150285828074noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1818568092673226678.post-70842611164012400972011-02-12T04:59:43.106+05:302011-02-12T04:59:43.106+05:30भावपूर्ण.... अंतर्मन के सुंदर भाव.....भावपूर्ण.... अंतर्मन के सुंदर भाव..... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1818568092673226678.post-81691250694128037152011-02-12T00:23:31.148+05:302011-02-12T00:23:31.148+05:30तुम मेरे सुख दुःख के साथी
मेरे अरमानों की प्रतिलिप...तुम मेरे सुख दुःख के साथी<br />मेरे अरमानों की प्रतिलिपि<br />मुझे तोष है दुःख वारिधि में<br />कविता नौका ले आये तुम !<br />अति सुंदर भाव जी, धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1818568092673226678.post-65229331829325016142011-02-11T22:17:50.693+05:302011-02-11T22:17:50.693+05:30उजड़ चुकी थी जब पतझड़ में
इस उपवन की सब हरियाली ,
...उजड़ चुकी थी जब पतझड़ में<br />इस उपवन की सब हरियाली ,<br />सरस सरल मधुऋतु समान<br />आकर इसमें हो सरसाये तुम !<br />बहुत सुंदर भाव सुन्दर कविता.......Sunil Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10008214961660110536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1818568092673226678.post-69554038156225971242011-02-11T16:19:44.936+05:302011-02-11T16:19:44.936+05:30आपकी उम्दा प्रस्तुति कल शनिवार (12.02.2011) को &qu...आपकी उम्दा प्रस्तुति कल शनिवार (12.02.2011) को "चर्चा मंच" पर प्रस्तुत की गयी है।आप आये और आकर अपने विचारों से हमे अवगत कराये......"ॐ साई राम" at http://charchamanch.uchcharan.com/<br />चर्चाकार:Er. सत्यम शिवम (शनिवासरीय चर्चा)Er. सत्यम शिवमhttps://www.blogger.com/profile/07411604332624090694noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1818568092673226678.post-49952450549367929642011-02-11T13:47:02.910+05:302011-02-11T13:47:02.910+05:30मेरे अरमानों की प्रतिलिपि
मुझे तोष है दुःख वारिधि ...मेरे अरमानों की प्रतिलिपि<br />मुझे तोष है दुःख वारिधि में<br />कविता नौका ले आये तुम !<br /><br />बड़ी ख़ूबसूरत पंक्तियाँ हैं....सुन्दर सी कविता .rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1818568092673226678.post-80650836680350906072011-02-11T12:26:30.149+05:302011-02-11T12:26:30.149+05:30तुम मेरे सुख दुःख के साथी
मेरे अरमानों की प्रतिलिप...तुम मेरे सुख दुःख के साथी<br />मेरे अरमानों की प्रतिलिपि<br />मुझे तोष है दुःख वारिधि में<br />कविता नौका ले आये तुम !<br />भावो का सुन्दर समन्वय्।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1818568092673226678.post-55143130429152443232011-02-11T08:39:13.464+05:302011-02-11T08:39:13.464+05:30सुन्दर रचना पढ़वाने के लिए धन्यवाद!सुन्दर रचना पढ़वाने के लिए धन्यवाद!संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1818568092673226678.post-38278475080070002952011-02-11T08:27:06.267+05:302011-02-11T08:27:06.267+05:30तुम मेरे सुख दुःख के साथी
मेरे अरमानों की प्रतिलिप...तुम मेरे सुख दुःख के साथी<br />मेरे अरमानों की प्रतिलिपि<br />मुझे तोष है दुःख वारिधि में<br />कविता नौका ले आये तुम !<br /><br />बहुत सुंदर भाव -<br />अनुपम रचना -Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1818568092673226678.post-48119272658922521512011-02-11T07:51:33.932+05:302011-02-11T07:51:33.932+05:30श्रीमती ज्ञानवती सक्सेना की सुन्दर रचना पढ़वाने के...श्रीमती ज्ञानवती सक्सेना की सुन्दर रचना पढ़वाने के लिए धन्यवाद!Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1818568092673226678.post-67907240519591665452011-02-11T07:32:42.331+05:302011-02-11T07:32:42.331+05:30बहुत सुन्दर भाव!बहुत सुन्दर भाव!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1818568092673226678.post-45002876483814633522011-02-11T05:52:40.814+05:302011-02-11T05:52:40.814+05:30" तुम मेरे सुख दुःख के साथी ------कविता नौका ..." तुम मेरे सुख दुःख के साथी ------कविता नौका ले आए तुम "<br />बहुत अच्छे भाव और रचना|<br />आशाAsha Lata Saxenahttps://www.blogger.com/profile/16407569651427462917noreply@blogger.com